द गर्ल इन रूम 105–७४
से चीजें ठीक से करनी पड़ेंगी।'
'लेकिन शहादा होता क्या है?" "एक कसम, सफदर ने कहा ।
डेड प्लीज ये सब बहुत घिसा-पिटा है।'
"घिसा-पिटा?" सफ़दर की नाक तन गई। 'तुम्हारी हिम्मत कैसे हुई ऐसा बोलने की? तुममें कोई तमीज़-
लिहाज़ बचा है या सब भूल गई?'
जारा ने कंधे उचकाए और रूबी के साथ घास पर जाकर बैठ गई। "सॉरी अंकल मुझे किसी रिवाज से कोई दिक्कत नहीं है। बस मुझे पता नहीं था कि यह क्या है. मैंने कहा।
'यह लड़की पागल हो चुकी है, ' सफ़दर ने कहा । 'बिना किसी वजह के एक्स्ट्रा मॉडर्न बनने चली है।'
'लेकिन ये कैसी कसम है, अंकल?" *इस सिंपल बस दो लाइनें, ' उन्होंने अपनी हथेलियां उठाई और अरबी में कहा, 'लाइलाहा इल्लल्लाहा
मजहब का हिस्सा बन जाओगे।'
मुहम्मदुर्रसूलुल्लाह अल्लाह के सिवा कोई और ईश्वर नहीं मुहम्मद ही उसके पैग़म्बर हैं। इसके बाद तुम हमारे "मजहब का हिस्सा?"
"निकाह तभी हो सकता है, जब दूल्हा और दुल्हन दोनों मुस्लिम हो तुम्हें धर्म बदलना होगा,' सफ़दर ने हो सकता है ऐसा झूला झूलने की वजह से हो, लेकिन मुझे लगा कि मेरे पैरो तले धरती घूम रही है। कहा।
"तुम चाय लेना पसंद करोगे? हमारे पास शानदार कश्मीरी कहवा है,' सफ़दर ने कहा, जैसे कि धर्म बदलने
के साथ कहवा मुफ़्त मिलता हो।
' यकीन मानो, मैंने भी नहीं सोचा था कि ऐसा होगा, जारा ने मेरे चेहरे को अपने हाथों में लेते हुए कहा । मैंने उसके हाथों को अपने हाथों में ले लिया और उसकी कलाइयां चूम लीं। "मैं धर्म नहीं बदल सकता, जारा। प्लीज़ समझने की कोशिश करो। मैं तुम्हारे धर्म से भी प्यार करता हूँ, माता-पिता मर जाएंगे।" लेकिन
मैं कनवर्ट नहीं हो सकता। मेरे "तो फिर मत करो। "
"फिर हम शादी कैसे करेंगे?"
'स्पेशल मैरिज एक्ट के तहत भारत का संविधान इसकी इजाजत देता है। दो अलग-अलग धर्मो के लोग कोर्ट में जाकर शादी कर सकते हैं। धर्म और जाति का कोई ड्रामा नहीं होना भी नहीं चाहिए।"
'तो हम कोर्ट मैरिज करेंगे?'
"हां, अगर तुम कनवर्ट नहीं हो सकते हो तो।' "तब तो तुम्हारे पैरेंट्स भी इसके पक्ष में नहीं होंगे।'
'नहीं होने दो। तुम्हारी तरह मेरे पैरेंट्स भी मुझे छोड़ देंगे। यह भी हो सकता है कि मेरे डैड हमारी पिटाई
करवाने के लिए अपने बेयरहाउस से गुंडे भिजवा दें। सुनने में बहुत फ़िल्मी लगता है ना?' जारा ने
चढ़ाते हुए कहा।
"मैं सीरियस है जारा। दोनों ही साइड के पैरेंट्स हमारे साथ ना हो. ऐसा नहीं हो सकता।"
"तो अपने पैरेंट्स को तैयार कर लो।
'मैं नहीं कर सकता।' 'तो कनवर्ट हो जाओ।'
यह भी नहीं कर सकता।" तो हमें अपने प्यार की खातिर अपने पैरेंट्स को छोड़ना होगा।'
"जारा, तुम जानती हो तुम क्या कह रही हो?"
'नहीं।'